प्रेग्नेंसी किसी भी महिला के जीवन का एक बहुत ही अनमोल और महत्वपूर्ण समय होता है। इस समय में सही पोषण और खान-पान का खास ध्यान रखना माता-पिता के लिए बेहद जरूरी होता है। अखरोट (Walnut) एक ऐसा सुपरफूड है जो प्रेग्नेंसी के दौरान माँ और गर्भ में पल रहे बच्चे के स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मदद करता है। आज इस लेख में हम विस्तार से जानेंगे कि प्रेग्नेंसी में अखरोट खाने के क्या फायदे हैं, इसे खाने का सही तरीका और इससे जुड़े कुछ अहम सवालों के जवाब।
अखरोट का पोषण मूल्य (Nutritional Value of Walnuts)
अखरोट को पोषण का पावरहाउस भी कहा जाता है। इसमें ओमेगा-3 फैटी एसिड, प्रोटीन, फाइबर, विटामिन ई, मैग्नीशियम और एंटीऑक्सीडेंट्स जैसे महत्वपूर्ण पोषक तत्व पाए जाते हैं। ये सभी तत्व प्रेग्नेंसी के दौरान माँ और बच्चे की पोषण संबंधी जरूरतों को पूरा करने में सहायक होते हैं।
100 ग्राम अखरोट में मौजूद पोषण मूल्य:
- कैलोरी: 654
- प्रोटीन: 15.23 ग्राम
- फैट: 65.21 ग्राम
- फाइबर: 6.7 ग्राम
- ओमेगा-3 फैटी एसिड: 9.08 ग्राम
- विटामिन बी6: 0.537 मिलीग्राम
- मैग्नीशियम: 158 मिलीग्राम
प्रेग्नेंसी में अखरोट खाने के अद्भुत फायदे
1. बच्चे के मस्तिष्क के विकास में सहायक
अखरोट में मौजूद ओमेगा-3 फैटी एसिड और DHA गर्भ में पल रहे बच्चे के मस्तिष्क और नर्वस सिस्टम के विकास में मदद करते हैं। यह बच्चे की याददाश्त और सोचने की क्षमता को मजबूत करता है।
2. तनाव को कम करने में मददगार
प्रेग्नेंसी के दौरान हार्मोनल बदलाव के कारण महिलाओं में तनाव और चिंता होना सामान्य है। अखरोट में पाए जाने वाले एंटीऑक्सीडेंट और मैग्नीशियम तनाव को कम करके मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाते हैं।
3. हृदय स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद
अखरोट में मौजूद ओमेगा-3 फैटी एसिड और एंटीऑक्सीडेंट्स हृदय की धमनियों को स्वस्थ रखते हैं और रक्त प्रवाह को बेहतर बनाते हैं। यह माँ और बच्चे दोनों के लिए फायदेमंद है।
4. इम्यूनिटी को मजबूत बनाता है
प्रेग्नेंसी में इम्यून सिस्टम कमजोर हो जाता है जिससे संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है। अखरोट में मौजूद जिंक और विटामिन ई इम्यूनिटी को बढ़ाते हैं और बीमारियों से बचाव करते हैं।
5. कब्ज की समस्या से राहत
अखरोट में फाइबर की प्रचुर मात्रा पाई जाती है जो पाचन तंत्र को दुरुस्त रखती है और प्रेग्नेंसी के दौरान होने वाली कब्ज की समस्या को भी दूर करती है।
6. हड्डियों को मजबूत करता है
अखरोट में मैग्नीशियम और फॉस्फोरस भी होता है जो हड्डियों को मजबूत बनाता है। यह गर्भवती महिला के लिए बेहद फायदेमंद है क्योंकि इस समय हड्डियों पर अतिरिक्त दबाव पड़ता है।
अखरोट खाने का सही समय और तरीका
सही समय:
- सुबह नाश्ते में अखरोट खाना सबसे अच्छा होता है क्योंकि यह पूरे दिन ऊर्जा प्रदान करता है।
- इसे दूध या फलों के साथ खाया जा सकता है।
कैसे खाएं:
- कच्चा अखरोट: सबसे ज्यादा पोषण पाने के लिए अखरोट को कच्चा खाएं।
- भिगोकर: रातभर पानी में भिगोकर खाने से पाचन बेहतर होता है।
- ड्राई फ्रूट मिक्स: इसे बादाम, किशमिश और अंजीर के साथ खाएं।
- स्मूदी: अखरोट को दूध, केले और शहद के साथ ब्लेंड करके हेल्दी स्मूदी बनाएं।
प्रेग्नेंसी में अखरोट खाने से जुड़ी सावधानियां
- अधिक मात्रा में अखरोट खाने से वजन बढ़ सकता है इसलिए दिन में 4-5 अखरोट ही खाएं।
- अगर आपको अखरोट से एलर्जी है तो इसका सेवन न करें।
- अखरोट खाने से पहले डॉक्टर से सलाह जरूर लें।
अखरोट के अलावा अन्य हेल्दी विकल्प
अगर आप अखरोट के अलावा अन्य नट्स और ड्राई फ्रूट्स का सेवन करना चाहती हैं तो बादाम, काजू और पिस्ता भी अच्छे विकल्प हो सकते हैं। इनसे आपको विटामिन और मिनरल्स की पर्याप्त मात्रा मिलेगी।
अखरोट से जुड़े आम सवाल-जवाब (FAQs)
1. क्या प्रेग्नेंसी के हर महीने में अखरोट खा सकते हैं?
हाँ, प्रेग्नेंसी के हर महीने में अखरोट का सेवन सुरक्षित है। लेकिन इसे संतुलित मात्रा में ही खाएं।
2. क्या अखरोट से वजन बढ़ सकता है?
अखरोट में कैलोरी ज्यादा होती है इसलिए इसका अधिक सेवन वजन बढ़ा सकता है। इसे सीमित मात्रा में खाएं।
3. क्या डायबिटीज से ग्रसित गर्भवती महिलाएं अखरोट खा सकती हैं?
जी हाँ, अखरोट का ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है और यह ब्लड शुगर को नियंत्रित करता है। डायबिटीज से ग्रसित महिलाएं भी इसका सेवन कर सकती हैं।
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निष्कर्ष
प्रेग्नेंसी में अखरोट का सेवन माँ और बच्चे दोनों के स्वास्थ्य के लिए बेहद फायदेमंद है। इसमें मौजूद पोषक तत्व गर्भस्थ शिशु के विकास और माँ की सेहत को बेहतर बनाने में मदद करते हैं। इसे अपने डाइट में शामिल करने से पहले डॉक्टर से परामर्श जरूर लें और इसे संतुलित मात्रा में खाएं।